रूम हीटर बन सकता है खतरा! खरीदने से पहले इन जरूरी सेफ्टी फीचर्स की करें जांच, BIS की चेतावनी

नई दिल्ली

सर्दियों में रूम हीटर की जरूरत हर किसी को पड़ती है। रूम हीटर खरीदते समय लोगों को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप अपने कमरे के लिए नया रूम हीटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो बजट के साथ-साथ सुरक्षा फीचर्स पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है। भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) ने हीटरों को सुरक्षित बनाने के लिए कई कड़े नियम बनाए हैं, क्योंकि अक्सर सर्दियों के सीजन में हीटर के कारण बहुत हादसे होते हैं। कभी कमरे में आग लगना तो कहीं करंट लगने से जान जाने जैसे मामले सामने आते रहते हैं। BIS यह सुनिश्चित करता है कि हीटर घर में इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हों। ISI मार्क वाले सभी हीटरों पर कई टेस्ट किए जाते हैं ताकि वह लोगों के लिए नुकसानदायक ना हों। हीटर खरीदते समय सुरक्षा फीचर्स को जरूर जांच लेना चाहिए। आइये, BIS द्वारा बताए गए सुरक्षा फीचर्स के बारे में जानते हैं।

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सबसे पहले ISI सर्टिफिकेशन देखें
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि BIS के अनुसार, हीटर खरीदते समय सबसे पहले ISI सर्टिफिकेशन का मार्क देखें। यह मार्क बताता है कि हीटर को बिजली और मैकेनिकल सुरक्षा के कई टेस्ट से गुजारा गया है। इस मार्क से पता चलता है कि सुरक्षा के नजरिए से हीटर एकदम सही है। इन टेस्ट में अर्थ कंटिन्यूटी, इलेक्ट्रिक स्ट्रेंथ और लाइव पार्ट्स तक पहुंच शामिल हैं। टेस्ट का मकसद बिजली के झटके और अंदरूनी पुर्जों के खराब होने के खतरे को कम करना है।

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ऑटोमेटिक कट-ऑफ प्रोटेक्शन है बहुत काम का
सरकार का कहना यह भी है कि हीटरों में ऑटोमेटिक कट-ऑफ प्रोटेक्शन होना बहुत जरूरी है। इसका मतलब है कि अगर हीटर ज्यादा गर्म हो जाता है या गलती से गिर जाता है, तो वह अपने आप बंद हो जाएगा। इससे आग लगने का खतरा काफी कम हो जाता है। इस कारण हीटर खरीदते समय ऑटोमेटिक कट-ऑफ प्रोटेक्शन फीचर पर जरूर ध्यान दें।

कमरे के आकार के अनुसार ही हीटर खरीदें
अगर आपको नहीं पता तो बता दें कि हीटर की पावर इनपुट और वॉट की सटीकता के लिए भी सर्टिफिकेशन जांच होती है। BIS की चेतावनी है कि कमरे के आकार के हिसाब से गलत वॉट का हीटर चुनने से वह ज्यादा गर्म हो सकता है और बिजली की खपत भी बढ़ सकती है। इससे आग लगने का खतरा भी रहता है।

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बिना ब्रैंड वाला हीटर खरीदने से हो सकती है मुश्किल
सर्टिफाइड हीटरों में सही अर्थिंग की व्यवस्था होती है। साथ ही, उनमें अच्छी क्वालिटी का इंसुलेशन होता है। इससे शॉर्ट सर्किट का खतरा नहीं रहता। BIS की चेतावनी में बताया है कि आपकी छोटी सी गलती जैसे बिना सर्टिफिकेशन वाला हीटर खरीदना, आपके घर को खतरे में डाल सकती है। खरीदारों से आग्रह किया जाता है कि वे बिना ब्रांड वाले हीटरों से बचें। इस्तेमाल से पहले कॉर्ड की जांच करें। इन सुरक्षा फीचर्स को जांचकर, उपभोक्ता बिजली से जुड़े खतरों के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

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